महाराष्ट्र में गाय बनी राज्यमाता

19

महाराष्ट्र में गाय बनी राज्यमाता

चंद्रपुर/महाराष्ट्र 

दि . 01/10/2024

रिपोर्टर :- रमाकांत यादव जिल्हा प्रतिनिधि ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क
 
 

पूरी खबर:- महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने भारतीय समाज में आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और ऐतिहासिक महत्व रखने वाली देशी गायों को ‘राज्यमाता-गोमाता’ घोषित करने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदेकी अध्यक्षता में हुई कैबिनेट में इसपर मुहर लगाकर इसका जीआर भी भी जारी कर दिया गया. राज्य के कृषि, डेरी विकास, पशुपालन एवं मत्स्य पालन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि इस कदम के पीछे अन्य कारकों में मानव पोषण में देशी गाय के दूध का महत्व, आयुर्वेदिक एवं पंचगव्य उपचार के लिए उपयोग और जैविक खेती में गाय के गोबर से बने खाद का इस्तेमाल शामिल है. राज्य सरकार ने कैबिनेट बैठक में देशी गायों के पालन हेतु अनुदान योजना शुरू करने की मंजूरी भी दे दी है. चर्चा के दौरान यह माना गया कि अल्प आय के कारण गोशाला संचालकों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अतः देशी गायों के पालन हेतु गोशालाओं को 2000 रुपए का अनुदान देकर उन्हें मजबूत करने का निर्णय लिया गया. यह योजना महाराष्ट्र गोसेवा आयोग द्वारा ऑनलाइन लागू की जाएगी. प्रत्येक जिले में एक जिला गौशाला सत्यापन समिति होगी.

 

राज्य में 50 लाख गाय
राज्य के विभिन्न हिस्सों में गायों की विभिन्न देशी नस्लें पाई जाती हैं. जैसे मराठवाड़ा डिवीजन में देवनी, लाल कंधारी, पश्चिम महाराष्ट्र में खिल्लारी, उत्तरी महाराष्ट्र में डांगी और विदर्भ में गवली. हालांकि देशी गायों की संख्या दिन-प्रतिदिन तेजी से बढ़ रही है. 2019 में 20वीं पशुगणना के अनुसार राज्य में देशी गायों की संख्या 46, 13.632 के करीब पाई गई थी. 19वीं जनगणना की तुलना में यह संख्या 20.69 प्रतिशत कम थी.