मूकबधिर विद्यालय को तुरंत प्रशासन द्वारा शुरु करे 

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मूकबधिर विद्यालय को तुरंत प्रशासन द्वारा शुरु करे 
 
चंद्रपुर/महाराष्ट्र 

दि . 24/09/2024

रिपोर्टर :- रमाकांत यादव जिल्हा प्रतिनिधि ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क
 
 

पूरी खबर:- मूक बधीर विद्यालय बाबूपेठ चंद्रपुर में दिव्यांग छात्रा से यौन शोषण का मामला सामने  आये चार माह बीत गये, लेकिन प्रशासन अब तक सोया हुआ है. इस मामले में पुलिस प्रशासन द्वारा उचित जांच नहीं की गयी. जिला परिषद आरोपी संस्था और आरोपी कर्मचारियों का समर्थन कर रही है.

मामला अप्रैल माह में सामने आया था. इसके बाद जिला परिषद ने एक जांच कमेटी बनाकर 14 जून को रिपोर्ट बनाई तो उस रिपोर्ट के आधार पर तुरंत स्कूल की मान्यता रद्द कर देनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उधर, नया सत्र शुरू हुआ तो छात्र हॉस्टल में आ गए, दो महीने तक पढ़ाई की और फिर 30 अगस्त को संस्था के स्कूल की मान्यता रद्द कर दी गई. इसलिए चालू सत्र के बीच में ही स्कूल बंद कर दिया गया. अतः दिव्यांग विद्यार्थी शिक्षा से वंचित है लड़कियों के लिए स्कूल में प्रवेश दो महीने के लिए बंद कर दिया गया, जिसके कारण विकलांग लड़कियों को शैक्षणिक नुकसान हुआ। इसलिए उम्मीद थी कि स्कूल में तुरंत प्रशासक लाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इस मामले में प्रशासन को बार-बार पत्राचार किया गया, लेकिन जिला परिषद एवं समाज कल्याण अधिकारी  सुरेश पेंदाम द्वारा कुछ भी नहीं उत्तर नहीं दिया गया. इसके विपरीत आरोपियों का समर्थन करने का काम किया गया. इसलिए, प्रशासन को जगाने और बदलापुर जैसी घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए, अनुपम बहुउद्देश्यीय सामाजिक संगठन और जिले के सभी विकलांग नागरिक और विकलांग बच्चों के माता-पिता जिला परिषद चंद्रपुर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
आंदोलन की प्रमुख मांगें:-
1) दिव्यांग छात्रा के यौन शोषण की एसआईटी जांच कराई जाए।
2) विद्यालय में तत्काल प्रशासक नियुक्त किया जाये।
3)सभी आरोपी कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाए।
4) समाज कल्याण अधिकारी और प्रधानाध्यापिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए और तत्काल निलंबित किया जाए।
5) संस्था का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाये.
ऐसी मांग अनुपम बहुउद्देशीय संस्था व रासप जिला अध्यक्ष रमाकांत यादव ने आंदोलन में युवाओं, महिलाओं और नागरिकों व सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बड़ी संख्या में भाग लेने की अपील की है।