POCSO अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए माता-पिता और शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण..

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POCSO अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए माता-पिता और शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण – सीईओ विवेक जॉनसन

 

चंद्रपुर/महाराष्ट्र
दि. 19 सप्टेम्बर 2024
रिपोर्ट : अनुप यादव, ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क

पुरी खबर :- चंद्रपुर 19 सितंबर : बच्चों के यौन शोषण के खिलाफ POCSO अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए माता-पिता और शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह बात मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक जॉनसन ने बीजेएम करमल अकादमी में आयोजित मार्गदर्शन शिविर के दौरान कही।

इस शिविर का आयोजन बाल संरक्षण प्रकोष्ठ द्वारा किया गया, जिसमें प्रमुख न्यायधीश समृद्धि भीष्म, बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य एडवोकेट संजय सेंगर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सुमित जोशी और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाग लिया।

जॉनसन ने कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में POCSO अधिनियम के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष बैठकें आयोजित की जानी चाहिए। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों के प्रति सजग रहने की अपील की और कहा कि मोबाइल का अधिक उपयोग बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।

 


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प्रधान न्यायाधीश समृद्धि भीष्म ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों को बच्चों के व्यवहार पर ध्यान देने की सलाह दी, ताकि किसी भी अनुचित व्यवहार की पहचान हो सके।

सुमित जोशी ने POCSO अधिनियम की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि हर स्कूल में ‘गुड टच बैड टच’ के बारे में जानकारी दी जा रही है। यदि किसी को यौन शोषण की जानकारी हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए।

इस कार्यक्रम में बाल विवाह के दुष्परिणामों पर भी चर्चा की गई, जिसमें एडवोकेट संजय सेंगर ने बाल विवाह निवारण अधिनियम 2006 की जानकारी दी।

कार्यक्रम का परिचय दीपक बनैत ने दिया, जबकि अध्यक्षता प्रिया पिम्पलशेंडे ने की। धन्यवाद ज्ञापन अजय साखरकर ने दिया। इस मौके पर विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भी भाग लिया।