चंद्रपुर जिले में डबल नंबर (चालीस) का क्या गेम.? एक वाहन के नंबर पर एक वाहन फ्री..? हजारों टन कोयले का scam
चंद्रपुर/महाराष्ट्र
दि. 03 सप्टेम्बर 2024
रिपोर्ट : अनुप यादव मुख्य संपादक ग्लोबल महाराष्ट्र न्यूज नेटवर्क
पुरी खबर :- चंद्रपुर जिले में कोयला रेत, सुरजागढ जैसे गौन खनिज में भारी मात्रा में वाहन चल रहे हैं. यहां कुछ सिंधे रास्ते चल अपनी जिविका चला रहे हैं तो क ई ऐसे भी बड़े ट्रांसपोर्टर है जो मौका परस्त माने जाते है और नए नए जुगाड लगाकर 2 का 200 बना रहे है. आज जिले मे काला बाज़ारी में कई नटवरलाल सक्रिय हैं. जो RTO विभाग की सुविधा का गैर इस्तेमाल कर माला माल हो रहे है.! और राष्ट्रीय संम्मती की चोरी कर प्रशासन के नाक के निचे 1 और 1 ग्यारह कर रहे है.
आज हम आपको पुरे मामले का खुलासा कर हेरा फेरी की स्टाइल समझाने की नाकाम कोशिश करेंगे. मामला क्या है? “मामला है कोयला”. और कोयले से भरे वाहन. जो रोजाना हजारों टन कोयले को अंजाम तक पहुंचाते हैं.. हमारे द्वारा देखे गए कई मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें चंद्रपुर जिले में ऐसे कई हेवी वाहनों के नंबर है. पर सीरीज अलग होती है. जो वाहन मालिकों ने RTO विभाग के चाइस नंबर सुविधा का इस्तेमाल कर, दो अलग-अलग वाहनों में एक ही नंबर लिए हुए है.!
अब आप सोच रहे होंगे इसमें गलत क्या है.? बस यही सवाल का उत्तर हम आपको देने की कोशिश करेंगे. उदाहरण समझाने की कोशिश की जाए तो कोयला खानों से निकलने वाले कोयला जो कंपनियों को पहुंचाया जाना होता है. पर सब सेटिंग का कमाल, उपर से निचे तक हिस्सेदारी तय होती है. सबसे पहले वाहन को कोयला खान के चेकपोस्ट से गुजरना होता है. कोयला खान के चेकपोस्ट में GPS टेंग लगा होता है. वाहन का नंबर रजिस्टर में दर्ज किया जाता है. उपरान्त वाहन चालक को एक ATM कार्ड की तरह दिखाई देने वाला टेंग दिया जाता है. वाहन चालक को कोयला खान के अंदर कोयला लोड करने के लिए जाते समय चेकपोस्ट पर लगे आटोमेटिक GPS सिस्टम को वह कार्ड दिखाना होता है. जिससे सामने लगा गेट, जो टोल टेक्स पर लगे गेट की तरह होता है. वह कार्ड स्केन होते हि गेट खुल जाता है.
यहां तक तो सब ठिक है पर वाहन का एक नंबर मान लिजिए MH00-CH-8111 वाहन को कोयला खान मे प्रवेश किया जाता है. और उस वाहन के पुरी इमानदारी से कोयला खान में एंट्री की जाती है. और अंतत: कोयले से उसे लाद भी दिया जाता है. बस इसी वाहन की आड़ में भ्रमित किया जाता है. और इसी प्रकार के दुसरे वाहन जैसे MH00-BH-8111 को सेटिंग के माध्यम से कोयला खान में प्रवेश कराया जाता है. यह पुरी माया सिर्फ वहां के सुरक्षा रक्षकों के संज्ञान में होती है. नंबर का खेल तो सिर्फ आम लोगो और कानुन की नजर में धुल झोंकने के लिए होता है. और दुसरे वाहन को बैगर किसी बिल्टी परमीट और बैगर कांटा किए बड़ी ही सफाई से कोयला खान से कोयला भरकर बाहर निकाला जाता है. दोनों वाहन मे कोयला भरा होता है. पर एक वाहन में इमानदारी का कोयला होता है. वही दुसरे वाहन मे चोरी का, इसी प्रकार यह कोयला रोजाना वेकोलि खान या फिर चंद्रपुर की प्रायवेट कोयला खान से चुराया जा रहा है. और यह पुरा खेल आपसी ताल-मेल और पुरी सेटिंग से किया जा है. आज यह लोग प्रशासन का हजारों करोड़ों का माल अंदर बाहर कर करोड़ों की माया जमा कर रहे है. और सरकार के राजस्व को डुबोकर अपनी तिजोरियां भर रहे है.
अब आप सोच रहे होंगे इसमे RTO की क्या भुमिका है
चंद्रपूर जीले में पिछले कुछ वर्षो में असामाजिक त्तवो ने कई बड़ी वारदातो को अंजाम दिया है. जिसमें हत्या, लुट, रंगदारी जैसी बड़ी घटनाओ से पिछले कुछ वर्षो में चंद्रपुर दहला है. चंद्रपूर में बडी घटनाओ को अपराधीयो ने अंजाम की परवाह ना करते हुए बखुबी अंजाम दिया है. आखिर अपराधियों का मनोबल क्यों बढ़ा हुआ है. इसका कारण जानकारों से पुछे जाने पर बड़ी ही अजीबो गरीब जानकारी सामने आ रही है. जानकारों ने बताया की चंद्रपुर में क्राइम का ग्राफ बढ़ने का कारण, यहां पर मौजुद प्राकृतिक खनिज सम्पदा और उस संपदा के पिछे का सच. हमने आगे जानकारी इकट्ठा की तो पता चला की कई सफेद पोश, राजनीतिक , हस्तियां, और बड़े बड़े धन्ना सेठ चंद्रपुर जिले के बढ़ते क्राईम के पर्दे के पिछे अपने किरदार को बखुबी निभा रहे है.
[ आने वाले भाग में हम चंद्रपुर जिले में चल रहे कोयले के Scam पुरे खेल आ पर्दाफाश करेंगे. ]