पराजय के डर से बौखलाए कांग्रेस प्रत्याशी संतोष रावत का घृणास्पद कृत्य!

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पराजय के डर से बौखलाए कांग्रेस प्रत्याशी संतोष रावत का घृणास्पद कृत्य!

बल्लारपुर विधानसभा/कोसंबी (प्रतिनिधि):

पुरी खबर :– बल्लारपुर विधानसभा क्षेत्र के मुल तालुका के कोसंबी गांव में सोमवार, 18 तारीख को रात में घटी एक घटना ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है। यह घटना न केवल निंदनीय है बल्कि कांग्रेस पार्टी की हताशा को भी उजागर करती है।

सुधीर मुनगंटीवार, जो संयमी और सुसंस्कृत नेतृत्व के प्रतीक माने जाते हैं, कोसंबी में एक तालाब की निरीक्षण यात्रा पर गए थे। इसी दौरान कांग्रेस के उम्मीदवार संतोष रावत अपने साथियों राकेश रत्नावर और विजय चिंमड्यालवार के साथ वहां पहुंचे। इन लोगों ने मुनगंटीवार के साथ धक्का-मुक्की और अभद्र व्यवहार किया।

इस कृत्य से स्थानीय कोसंबीवासियों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया। उपस्थित ग्रामीणों ने विजय चिंमड्यालवार को इस अशोभनीय व्यवहार का करारा जवाब दिया। इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस उम्मीदवार पराजय की आशंका से बौखलाए हुए हैं और अपनी असंस्कृत मानसिकता का प्रदर्शन कर रहे हैं।

सुधीर मुनगंटीवार की छवि और घटना का प्रभाव:

सुधीर मुनगंटीवार बल्लारपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं और इस बार तीसरी बार मैदान में हैं। यह उनकी सातवीं चुनावी लड़ाई है। लेकिन, अब तक उनके साथ ऐसा असभ्य व्यवहार कभी नहीं हुआ था।

मुनगंटीवार का संयमी और सुसंस्कृत स्वभाव हमेशा से उनकी पहचान रहा है। इस घटना ने कांग्रेस पार्टी की असंवेदनशीलता और असभ्यता को जनता के सामने उजागर कर दिया है। चुनावी हार-जीत का सामना हर उम्मीदवार को करना पड़ता है, लेकिन इसे गरिमा के साथ स्वीकार करना ही सही लोकतांत्रिक व्यवहार है।

जनता की प्रतिक्रिया:

इस कृत्य से कांग्रेस पार्टी की छवि को बड़ा धक्का लगा है। जनता में यह चर्चा जोरों पर है कि पराजय की घबराहट में कांग्रेस उम्मीदवार अब गलत रास्ते अपना रहे हैं। मतदाता इस घटना को लेकर आक्रोशित हैं और इसे कांग्रेस की नैतिक गिरावट के रूप में देख रहे हैं।

“पराजय की आशंका में गलत कदम उठाने के बजाय, जनता के सामने सही व्यवहार और दृष्टिकोण रखना ही सच्चे नेता की पहचान है,” यह संदेश अब मतदाताओं के बीच जोर पकड़ रहा है।