कर्नाटका एमटा पावर लिमिटेड के चोरी गए साढ़े चार लाख टन कोयले की होगी जांच, पालक मंत्री विजय वडेट्टिवार

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चन्द्रपुर/महाराष्ट्र
दि. 22 जुलाई 2021

पुरी खबर:- कर्नाटका पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केपीसीएल) अंतर्गत बरांज खुली खदान से साढ़े चार लाख टन कोयला अवैध तरह से निपटाया गया ऐसा प्रकाश मे आया है। ”यह कोयला कहा गया” इसकी अवैघ तरह से परीवहन तो नहीं किया गया है? ऐसे कई प्रश्नो के उत्तर अभी मिलना बाकी है। इस विषय पर अनेक शिकायत भी की गई है। जिससे बारांज का साढ़े चार लाख टन कोयले की प्रसासन ने तत्काल जांच करनी चाहिए। ऐसा आदेश जिले के पालक मंत्री विजय वडेट्टिवार ने दिया है।

कोयला के हेरा-फेरी के प्रकरण कई बार उजागर

  • जिले में कोयला चोरी का प्रमाण बढ़ने से कोयला तस्करो की वजह से अपराधी प्रवृति के लोगों का मनोबल बढा है। इस कोयला के हेरा-फेरी के प्रकरण कई बार उजागर भी हो चुके हैं। अभी पिछले वर्ष पड़ोली के नागाडा गांव के समीप कोयला टालों मे प्रकाश अग्रवाल के प्लाट पर 26 कोयले से भरे ट्रकों का पकड़ा जाना और उस अपराध में कैलाश अग्रवाल और शहजाद नामक व्यक्तियो पर अपराध दर्ज होना, फिर उन अपराधियों को आसानी से जमानत मिलना, जांच की दिशा कमजोर होती दिखाई पड़ी थी।
    पुलिस प्रसासन ने अपना काम पुरी कर्तव्य निष्ठा से किया? इस विषय की जांच MSMC तक जा पहुंची पर क्या उन डिओ धारकों के परवाने रद्द किए गए?
इसी प्रकार बाराज खुली कोयला खान के कामगारों की समस्या या बराज गांव के प्रकल्पग्रस्तो के पुनर्वासन की समीक्षा ली गई। पुर्व में भी सत्ताधारी तत्कालीन जिला अध्यक्ष ने जिला अधिकारी कार्यालय में जांच के लिए निवेदन देकर अपनी भुमिका दर्शाई थी पर क्या जांच हुई? यदि हुई होती तो महाविकास आघाडी सरकार के पालक मंत्री को आदेश देने की शायद जरूरत नहीं होती। कोयले की काली कमाई की हर किसी ने रोटीय खा.. है। अब तीन वर्षों के बाद जांच क्या सही दिशा और मुख्य किरदारों तक पहुंच पाएगी। यह जांच पुरी कर्तव्य निष्ठा से होती है तो शायद साढ़े चार लाख टन कोयले के चोरी में लिप्त मुख्य किरदारों का पता लग सकता है।