यवतमाल/महाराष्ट्र
दि. 8 अप्रैल 2021
पूरी खबर:- यवतमाल जिले के वणी कि निलजई कोयला खान में हुआ कोयला घोटाले के माया जाल में फंसे तस्कर अवैध कोयला व्यापारियों के खुलासे के इंतजार में जनता आंख लगाए हुए हैं। वणी पुलिस द्वारा पकड़े गए तीनों ट्रक और 7 अपराधियों ने क्या खुलासा किया यह तो जांच तंत्र को ही मालूम पर फरार अपराधी शहजाद और कुबेर वर्मा तक पुलिस की पहुंच है या नहीं? यह जानकारी अभी संदिग्ध है।
- शहजाद जो पूर्व एक घोटाले का अपराधी है उसके पकड़े जाने के बाद सब्सिडी के कोयले के बंदरबांट में शामिल अवैध कोयला व्यापारियों का खुलासा हो सकता है? ऐसा जांच तंत्र की धीमी रफ्तार और लचीली नीति के कारण संभव होता दिखाई नहीं दे रहा है?
- निलजई खान में उजागर हुए घोटाले के कुछ दिन पूर्व निलजई खान से कुछ ही किलोमीटर पर सीबीआई और विजिलेंस का छापा, छापे के कुछ दिनों बाद कुछ ही किलोमीटर स्थित कोयला खान में फिर भ्रष्टाचार का उजागर होना कोयला नीतिकारों की कर्तव्य निष्ठा पर सवाल खड़े करता है?
क्या कोयला नीति साहूकारों को सहुलियत प्रदान करती है?
क्या अवैध कोयला साहूकारों के मोह माया में नीतिकारों की नीति भंग करने का काम कर रखा है?
क्या कोयला जैसी राष्ट्रीय संपत्ति इसी तरह अवैध साहूकारों की तिजोरीया भर्ती रहेगी?
- कोयले की लचीली व्यवस्था हर बार अवैध कोयला साहूकारों को मोहित कर राष्ट्रीय संपत्ति की लूट को जन्म देती है।
- आज जहां राष्ट्रीय संपत्ति के रक्षक, भ.. की भूमिका में दिखाई देना आने वाले समय में भ्रष्टाचार कि चरण सीमा पार कर जाता दिखाई दे रहा है?
पारदर्शिता क्या
- क्या राष्ट्रीय संपत्ति की लूट के हिस्सेदारो के बारे में जानने का अधिकार आम जनता को नहीं है?
- जनता तक समाचार पहुंचाने के माध्यम को सिरे से नकार आला अधिकारियों के सय निती को प्रदर्शित करता है?
हमारे देश में घोटालों का सिलसिला कभी रुका नहीं पर कोयला जैसी राष्ट्रीय संपत्ति के घोटाले में पूर्व देश के मुखिया के नाम पर भी इस कोयले घोटाले के काले दाग लग चुके हैं।