यवतमाल/महाराष्ट्र
दि. ३० मार्च २०२१
पुरी खबर :- यवतमाल जिले की वणी निलजई कोयला खान से लघु और मध्यम उद्योगों के लिए दिए गए सब्सिडी के कोयले के तीन ट्रक प्राईड मेटल इंडस्ट्रीज बूटीबोरी, नागपुर में पहुंचाया जाना था। परंतु वे तीनों ट्रक लाल पुलिया वणी वर्धमान कांटे के बाजू में खाली करने के दौरान वणी पुलिस ने 18 मार्च को रंगे हाथों पकड़ा था।
इन तीनों ही ट्रकों के कोयले की अफरातफरी के प्रकरण में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया और उनके ऊपर भादवी सहित <span;>379,407, 411, 34, के अनुसार गुनाह दर्ज किया गया है। विशेषकर वंदना ट्रांसपोर्ट घुग्घुस के कुबेर वर्मा को कोयला खान से कोयला पहुंचाने का ठेका दिया गया था, ऐसी जानकारी सूत्रों द्वारा प्राप्त हुई है।
क्या यह वही शहजाद है
साथ ही प्राइड मेटल इंडस्ट्रीज के संचालक शहजाद है। ऐसा अब तक सामने आया है। विशेषकर चंद्रपुर में ऐसे ही प्रकरण में इससे पहले चंद्रपुर में लोकल क्राइम ब्रांच (एलसीबी) के दल के द्वारा की गई बड़ी कार्रवाई में सामने आया था, उस प्रकरण में भी शहजाद के नाम पर गुनाह दर्ज है। उस समय प्राइड कोल एंड मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का संचालक शहजाद है। ऐसा पुलिस की जांच में सामने आ चुका है।
चन्द्रपुर का २६ कोयला गाड़ियों का प्रकरण भी ऐसा ही था
चंद्रपुर पुलिस ने उस समय की कार्यवाही में कोल इंडिया में शुरू घोटालों का पर्दाफाश किया था जिसमें महाराष्ट्र राज्य खनिकर्म महामंडल के महा व्यवस्थापक विवेक कोलिपारा ने गुनाह दर्ज किया था। उस प्रकरण में कैलाश अग्रवाल और शहजाद ने पुलिस की गिरफ्तारी से दूर रहने के लिए भरपूर कोशिश की थी। इसके बाद उन्हें न्यायालय ने बेल मंजूर की गई थी। !! यह घटना विशेष है !!
यह कोयला हेरा फेरी की घटना भी उसी प्रकार की है इसमें ट्रांसपोर्ट कुबेर वर्मा और शहजाद इनकी पुलिस यदि गहराई से जांच करती है तब कोयला अफरा-तफरी का बड़ा रैकेट सामने आ सकता है।
जांच की बागडोर
यवतमाल जिले की कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप भुजवल उन्होंने इस प्रकरण को अपने हाथ में लेकर ध्यान देने से कोयला जैसी राष्ट्रीय संपत्ति की लूट को रोका जा सकता है जिसका पूरा श्रेय यवतमाल पुलिस को मिल सकता है कोयले के इस व्यापार में बड़ी-बड़ी मछलियां कार्यरत है। कागज पत्रों की हेराफेरी कर सरकार और जांच यंत्रणा की आंखों में धूल झोंकने का कार्य कोयला तस्कर कर रहे है।